ऐसा नही की हमको
कोई भी कमी नही..................
लेकिन ये जिंदगी
भी तो कोई जिंदगी नही
पलकों से ख्वाब क्यों गिरे
क्यों चूर हो गए
इतने हुए करीब
कि हम दूर हो गए
आज भी ना आये आंसू
खाली हाथ शाम आई है
खाली हाथ जाएगी....
बहुत पहले से उन कदमो की आहत
जान लेते है………।
तुझे ऐ जिंदगी ......................
हम दूर से पहचान लेते है……
तुम्हारे पायल की रुनझुन की वो आवाज आज भी जब कानो में पड़ते है तो ऐसा लगता है जैसे किसी मंदिर में पूजा हो रही हो.... तुम्हारी हंसी मुझे दूर कहीं जंगलो में बहते झरने की एहसास कराती है,,,,मन करता है की इस पल में बस इस पल में सारा जीवन सिमट जाये ...................... तुम्हे आलिंगन में भर लेने का दिल चाहता है पर …… ये सोच के रुक जाता हूं की तुम्हे पाने से जयादा तुम्हे पाने की चाहत से प्यार हो गया है…